भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।। दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥ त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥ किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥ अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान https://shivchalisalyricsaarti53524.wikidank.com/918062/indicators_on_shiv_chalisa_lyrics_in_bengali_you_should_know