भ्रान्त कबहूं ना लाऊं, मैं ओघड का चेला मनुष्य के जीवन में चाहे आन्तरिक शत्रु जैसे काम, क्रोध, लोभ,मोह, अहंकार आदि हों या बाहर के शत्रु हों तो जीवन की गति थम सी जाती है ॐ ह्रीँ पञ्चब्रह्मपदारध्यायै पचवत्यै नमः । गुरुच खण्ड को दूध में भिगोकर होम करने https://mohinimantra50482.mybjjblog.com/considerations-to-know-about-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra-45333840